“हनुमान जाग.—- किलकारी मार.—- तू हुंकारे.—- राम काज सँवारे.—- ओढ़ सिंदूर सीता मैया का.—- तू प्रहरी राम द्वारे.—- मैं बुलाऊँ , तु अब आ. रं रं रं राक्षसान्तं सकलदिशयशं रामदूतं नमामि ॥ १॥ इस कलयुग में श्रीराम और हनुमान ही मनुष्य के तारणहार हैं. ॐ श्री वज्रदेहाय रामभक्ताय वायुपुत्राय https://dallasbytmg.blogs-service.com/63397878/hanuman-shabar-mantra-fundamentals-explained