कीन्ही दया तहं करी सहाई। नीलकण्ठ तब नाम कहाई॥ नन्दि गणेश सोहै तहँ कैसे। सागर मध्य कमल हैं जैसे॥ एक कमल प्रभु राखेउ जोई। कमल नयन पूजन चहं सोई॥ धर्म संग्रह श्रीरामचरितमानस मध्यप्रदेश काम की बात श्रीराम शलाका एक्सप्लेनर क्राइम रामायण महाभारत फनी जोक्स चुटकुले मातु पिता भ्राता सब कोई। https://r02456.wikiexpression.com/3708015/getting_my_shiv_chaisa_to_work