आप जलंधर असुर संहारा। सुयश तुम्हार विदित संसारा॥ पण्डित त्रयोदशी को लावे। ध्यान पूर्वक होम करावे ॥ जगकर्ता जगभर्ता जगसंहारकर्ता ॥ ॐ जय शिव…॥ अर्थ: पवित्र मन से इस पाठ को करने से भगवान शिव कर्ज में डूबे को भी समृद्ध बना देते हैं। यदि कोई संतान हीन हो तो https://shivchalisas.com