जबकि किसे टिकट देना है, कहां चुनावी रैली करनी है इससे जुड़े सारे फ़ैसले तो हेमंत सोरेन ही ले रहे होते." ಅವರ ಯೋಗಕ್ಷೇಮದ ಮತ್ತು ಅಭ್ಯುದಯದಲ್ಲಿ ನನ್ನ ಸಂತೋಷ ನೆಲೆಸಿದೆ. जाने वाले लोगों से जब बीबीसी ने पूछा कि वो मुख्यमंत्री का भाषण सुने बग़ैर क्यों लौट रहे हैं? त्या परंपरांचा पाईक https://www.samridhbharat.in/